Terrific news! Elon Musk starts Neuralink Human Trials? न्यूरालिंक चीप कैसे काम करेगी?

Neuralink Human Trials
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एलन मस्क ने Neuralink मानव परीक्षण साल के अंत तक शुरू करने की तैयारी। न्यूरालिंक चीप कैसे काम करेगी? तो चलिए इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।

Did Elon Musk start Neuralink Human Trials?

यूनाइटेड स्टेट्स की  फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी कि FDA जो दवाइयां और मेडिकल डिवाइसेज का क्लिनिकल ट्रायल्स प्राधिकार प्रदान करती है उसने हाल ही में Elon Musk के न्यूरालिंक चीप उपकरण को FDA ने मान्यता दे दिया है। इसका मतलब यह उपकरण मानव परीक्षण के लिए शुरू हो जाएंगे।  

इससे पहले एलन मस्क (Elon Musk) ने न्यूरालिंक चीप उपकरण को सूअरों और मकाक बंदरओ पर सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। इस साल 2022 के अंत तक Neuralink Human Trials (मानव परीक्षण) शुरू करने की योजना है। 

वह ऐसा है जैसे एक बार यह डिवाइस का सफलतापूर्वक मानव परीक्षण (Neuralink Human Trials) कर लेते हैं तो मरीजों को आसानी से चल के कोई भी हस्पताल  मैं  एक सर्जिकल रोबोट की मदद से उनकी दिमाग में यह उपकरण को फिट करेगा जो महज 1 घंटे के इस पूरी तरह से स्वचालित सर्जरी के बाद बिना किसी एनएसथीसिया के और बिना किसी रक्तवाहिनी मैं ब्लीडिंग के बिना ही मरीज आराम से घर वापस जा सकेंगे। 

है ना यह दिलचस्प? क्या आप जानना चाहते हैं कैसे?

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न्यूरालिंक चीप कैसे काम करेगी?

क्या आप जानते हैं न्यूरालिंक चीप कैसे काम करेगी? तो चलिए इसके बारे में विस्तार से समझते हैं। इसकी प्रक्रिया को जानना बिल्कुल ही आसान है।

जैसा कि हमें पता है हमारे दिमाग के अंदर लगभग 100 Billion न्यूरॉन्स होते हैं और उन हर एक न्यूरॉन्स में लगभग 3 भाग जरूर होते हैं : 

  1. डेन्ड्राइटस (Dendrites) – जो न्यूरोट्रांसमीटर्स के रूप में  नजदीकी न्यूरॉन्स से  केमिकल सिगनल्स रिसीव करते हैं। 
  2. सोमा (Soma) –  जो इन केमिकल्स सिग्नल को व्याख्या करके उन्हें विद्युत संकेतों की समतुल्य मात्रा मैं बदलते हैं। 
  3. एक्सोन (Axon) – जो उन नए बनाए गए विद्युत आवेग को अगले न्यूरॉन के Dendrite तक रिले करते हैं कुछ अंतरालों के माध्यम से जिन्हें सिनैप्सस (Synapses) कहा जाता है।

अब इनके बीच न्यूरालिंक चीप कहां या कौन सी जगह उपयुक्त बैठता है? एक मस्तिष्क कंप्यूटर इंटरफेस होने के नाते यह उपकरण मूल रूप से इन्हीं विद्युत पैटर्न को समझता है और फिर कोई इंसान क्या सोच रहा है यह कंप्यूटर के मदद से हमें समझाने की कोशिश करता है। तो इसी प्रकार से न्यूरालिंक चीप हमारे दिमाग के अंदर काम  करेगा। 

न्यूरालिंक चीप के फायदे

न्यूरालिंक चीप की प्रमुख लाभ है न्यूरो और मानसिक मुद्दें की समस्याओं से छुटकारा मिलने का फायदा। न्यूरालिंक चीप की और भी कई लाभ है  जिससे उसे दूसरे प्रतियोगी से काफी आगे रखता है। 

  1. पहला लाभ यह है कि न्यूरा लिंक के मामले में उसके माइक्रोइलेक्ट्रोड काफी ज्यादा लचीला है।
  2. फिर दूसरा लाभ यह है कि उसका ब्लूटूथ ट्ट्रांसमीटर एक छोटे से कॉइन के आकार मैं होने की वजह से सीधा खोपड़ी के अंदर समा जाता है।
  3. आखिर में तीसरा लाभ यह है कि आपके दिमाग मैं उसका पूरा इंस्टॉलेशन एक सर्जिकल रोबोट करता है जो एक भी रक्तवाहिनी को तोड़े बिना हीं इस प्रक्रिया को कर देता है। 
निष्कर्ष

इसीलिए तो ऐसे में Neuralink Human Trials के बारे में आप क्या सोचते हैं क्या न्यूरालिंक चीप को सिर्फ मानसिक मुद्दें से जूझ रहे मरीजों को ठीक करने के लिए बनाया  जा रहा है या फिर Elon Musk के लिए न्यूरा लिंक परियोजना Starlink का ही एक विस्तार परियोजना है। 

जिसके मदद से लोग टेलीपैथिक रूप से एक दूसरे से बातचीत कर सकते हैं और यह तंत्र से हमें मंगल ग्रह जैसे कोई अन्य दूसरे अस्थिर गृह में संचार करना बहुत ही ज्यादा प्रभावी बना देगा। 

और एक ही समय में मनुष्यों और अन्य प्रजातियों के बीच सहयोग बढ़ा सकता है। तो है ना यह एक भविष्यवादी कदम? तो नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में अपना राय जरूर लिखना। 

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